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कलेक्टर श्री गुप्ता ने मूर्तिकारों एवं आयोजकों से की चर्चा पीओपी या रासायनिक पदार्थ का उपयोग मूर्ति बनाने में पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा नगर निगम से पंजीकृत मूर्तिकार ही बेच सकेंगे प्रतिमाएं

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कलेक्टर श्री गुप्ता ने मूर्तिकारों एवं आयोजकों से की चर्चा
पीओपी या रासायनिक पदार्थ का उपयोग मूर्ति बनाने में पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा
नगर निगम से पंजीकृत मूर्तिकार ही बेच सकेंगे प्रतिमाएं
खण्डवा 24 अप्रैल, 2025 – 
कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने गुरुवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित मूर्तिकारों एवं आयोजकों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि पहले गणेश प्रतिमाएं मिट्टी की बनती थी, जो पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुँचाती थी। उन्होंने सभी मूर्तिकारों को निर्देश दिए कि परंपरागत मिट्टी का उपयोग कर केमिकल मुक्त प्रतिमाओं का निर्माण करें जो इको फ्रेंडली हो, पर्यावरण के रक्षक हो, ऐसे कच्चे माल का प्रयोग प्रतिमा बनाने के लिए किया जाए। साथ ही साज सज्जा के लिए सूखे हुए फूल, भूसा और पेड़ों से निकलने वाले प्राकृतिक कलर का प्रयोग करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि मूर्तियों के निर्माण में केवल प्राकृतिक चीजों का ही उपयोग किया जाए। जिले में केवल परंपरागत मिट्टी से बनी प्रतिमाओं का ही उत्पादन एवं विक्रय होगा। अगर किसी भी प्रकार से पी.ओ.पी. या रासायनिक पदार्थ से बनी मूर्तियों की शिकायत आती है, तो नगर निगम द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रतिमाओं को जप्त किया जाएगा एवं उसका निपटान नगर निगम करेगा। बैठक में मूर्तिकारों को निर्देश दिए कि नगर निगम में अपना पंजीयन कराना आवश्यक है। जो पंजीकृत होंगे, वही प्रतिमाएं बेच सकेंगे। किसी भी प्रकार का केमिकल पी.ओ.पी. या रासायनिक पदार्थ का उपयोग मूर्ति बनाने में पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
बैठक में नगर निगम को निर्देश दिए कि वह अस्थाई रूप से प्रतिमाओं को विसर्जन करने की व्यवस्था करें, साथ ही मूर्ति के साथ आने वाले अन्य सामग्री जैसे फूल माला चुनरी इत्यादि को अलग से विसर्जित करने की व्यवस्था करें। जो मूर्तिकार पंजीयन कराना चाहते हैं, उनका पंजीयन कर उन्हें लाइसेंस प्रदान करें। नगर निगम को कलेक्शन सेंटर बनाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में आयोजकों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि जो मूर्तियाँ स्थापित करते हैं, उसका साइज मीडियम होना चाहिए और वह मूर्ति इको फ्रेंडली होना चाहिए, जिससे विसर्जन के बाद भी किसी प्रकार का पर्यावरण को नुकसान ना हो। जो भी प्रतिमा आप खरीदेंगे वह पंजीकृत मूर्तिकार से ही खरीदें। साथ ही पूजन करने के बाद जो भी पूजन की सामग्री है, जैसे फूल माला चुनरी आदि वस्तु का विसर्जन अलग करें एवं प्रतिमाओं का विसर्जन अलग करें। उन्होंने आयोजकों से कहा कि बाहर से आने वाली पी.ओ.पी. केमिकल, रासायनिक चीजों से बनी हुई मूर्तियों पर भी पूर्ण रूप से खण्डवा शहर में प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा, अपर कलेक्टर श्री के.आर. बड़ोले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री महेन्द्र तारनेकर, नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रियंका राजावत, शहर के मूर्तिकार व आयोजककर्ता सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

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